

इमरान पारेख, कोण्डागांव जिला ब्यूरो
*बनने से पहले ही ढह गया पुल! गुणवत्ता पर सवाल, अधिकारी मौन*
कोण्डागांव। देश के विकास में सड़क निर्माण की अहम भूमिका है, लेकिन कोण्डागांव-नारायणपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-130 पर निर्माणाधीन एक पुल के बनते ही ढह जाने से विकास की रफ्तार को बड़ा झटका लगा है। घटना से क्षेत्रीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह राष्ट्रीय राजमार्ग एक ओर जहां अबूझमाड़ के सुदूर गांवों को मुख्यधारा से जोड़ने वाला है, वहीं दूसरी ओर निर्माण कार्य में सामने आ रही गंभीर अनियमितताएं चिंता का विषय हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार मेसर्स गणेश प्रसाद खेतान और अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया सामग्री का उपयोग कर निर्माण किया जा रहा है।
बारिश से ढहा पुल, ग्रामीणों में आक्रोश
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, यह नवनिर्मित पुल पहली ही बारिश में भरभराकर गिर गया। निर्माण में बेहद ही निम्न गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया गया था। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अमला पूरी तरह निष्क्रिय और उदासीन बना रहा, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला।
147.70 करोड़ की लागत, 69 पुलिया और 10 माइनर पुल निर्माणाधीन
इस परियोजना की कुल लंबाई 48 किलोमीटर है, जिसकी लागत ₹147.70 करोड़ बताई जा रही है। इसमें 69 पुलिया और 10 छोटे पुल शामिल हैं, जिन्हें मेसर्स गणेश प्रसाद खेतान के माध्यम से बनाया जा रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि निर्माण कार्य में तकनीकी मानकों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
“गुणवत्ता जांच जरूरी” – सरपंच हेम कोर्राम
ग्राम कुम्हार पारा के सरपंच हेम कोर्राम ने प्रशासन से निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीण धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
सवालों से भाग रहे अधिकारी
प्रज्ञा नंद, कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग कोण्डागांव, से इस विषय में पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन वे न तो कार्यालय में मौजूद रहती हैं, न ही फोन उठाती हैं। व्हाट्सएप पर भेजे गए मैसेज पढ़ने के बावजूद कोई उत्तर नहीं दिया गया। इससे संबंधित अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
“कटाव से स्लैब गिरा, डिस्मेंटल कर पुनर्निर्माण करेंगे” – SDO जीवन नेताम
लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी (SDO) जीवन नेताम ने बताया कि अधिक बारिश के कारण कटाव हुआ, जिससे स्लैब गिर गया। अब डिस्मेंटल कर पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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