कन्या महाविद्यालय बाड़मेर में संविधान दिवस के अवसर पर और प्रदर्शनी का भव्य आयोजनसंगोष्ठी
योगेश पुरी गोस्वामी संवाददाता
बाड़मेर . 26 नवंबर संविधान दिवस के अवसर पर एमबीसी राजकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य में संगोष्ठी एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं संविधान की विशेषताओं पर चर्चा की गई।
इसके साथ ही यहां सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा संविधान से जुड़ी जानकारी देने वाली प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। उपस्थित लोगों द्वारा प्रदर्शनी में लगाए गए ऐतिहासिक दुर्लभ छायाचित्रों का अवलोकन कर संविधान निर्माण में संविधान निर्माण सभा के गठन से लेकर संविधान लागू होने तक के छायाचित्रों का अवलोकन कर सराहना की। प्रदर्शनी में संविधान निर्माण सभा के सभी सदस्यों के सामूहिक छायाचित्र, प्रारूप समिति अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा संविधान के प्रारूप की प्रति संविधान निर्माण सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को सौंपते हुए। प्रथम संसद के सत्र का विहंगम दृश्य, प्रथम मंत्रीमंडल के सदस्यों के छायाचित्र, संविधान की मूल प्रति पर प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू एवं प्रथम गृह मंत्री सरदार पटेल हस्ताक्षर करते हुए के दुर्लभ छायाचित्र भी प्रदर्शित किये गये हैं। सम्पूर्ण प्रदर्शनी में संविधान निर्माण सभा के गठन से संविधान लागू होने तक के छायाचित्रों को श्रृंखलावार प्रदर्शित किया गया है।
संविधान की विशेषताओं पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय संविधान की विशेषताओं पर वक्ताओं ने प्रकाश डालते हुए विश्वके सबसे बडे लिखित एवं लोकप्रिय संविधान के बारे में चर्चा की। संविधान विशेषज्ञ और व्याख्याता डॉ. जितेन्द्र बोहरा ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को तैयार किया गया संविधान केवल सरकार को नियम ही नहीं, बल्कि उद्देश्यों का भी मार्ग दिखाता है। उन्होंने बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के योगदान की प्रशंसा की, जिन्होंने 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिनों में संविधान का निर्माण किया, जो एक मजबूत और सशक्त भारत की नींव बना। इन्होंने संविधान की प्रस्तावना का भी वाचन किया। इसके साथ ही उन्होंने संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में भी चर्चा की। संगोष्ठी में शिक्षाविदों, अधिवक्ताओं ने भी विचार व्यक्त कर संविधान की विशेषताओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मुकेश पचौरी ने सभी को संविधान के अनुपालन और श्रेष्ठ नागरिक बनने का आह्वान किया। उन्होंने संविधान के महत्व और लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में चर्चा की। इस अवसर पर जिला जनसम्पर्क अधिकारी प्रमोद वैष्णव ने भी संविधान दिवस के महत्व और संविधान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर नेहरू युवा केन्द्र के घेवर चंद प्रजापत ने भी विचार रखे।
महाविद्यालय में संविधान दिवस के सम्बंध में पोस्टर प्रतियोगता का भी आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राए, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस के स्वयंसेवक, गणमान्य नागरिक और मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
योगेश पुरी गोस्वामी संवाददाता
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